Kisan Andolan 2024
काफी ही Kisan Andolan 2024 :- जैसे आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि काफी ही समय से पंजाब में किसान आंदोलन का किस्सा जो है वो बढ़ता ही जा रहा है। अब इस किसान आंदोलन नेज़्यादा भयनकर रूप धारण कर लिया है। किसानो का है कि सरकार उन की सभी डिमांड्स को पूरा करे अन्यथा अगर वह ऐसा नहीं करते तो यह किसानो का आंदोलन चलता ही रहेगा। परन्तु सरकार किसानो की सभी डिमांड्स को पूरा नहीं कर रही। जिस कारण यह किसान आंदोलन काफी ही ज़्यादा बढ़ता जा रहा है। आप को बता दे कि यह किसान आंदोलन पहले भी शुरू किया गया था।
जिस के बाद सरकार ने किसानो से वादा किया था कि वह उन के सभी डिमांड्स को पूरा करने के बारे सोचेंगे। जिस के बाद यह स्ट्राइक बंद कर दी थी। परन्तु अब फिर से किसानो ने पंजाब में आंदोलन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन काफी ही ज़्यादा बढ़ता जा रहा है। जिस के अंत की कोई सीमा नहीं है। आप को बता दे कि पंजाब के लोग तरह तरह के नारे लगा रहे है। इस आंदोलन में सभी औरतें तथा पुरष शामिल है। लगातार लोग भारत देश के प्रधान मंत्री “नरेंद्र मोदी” के लिए गलत शब्द का प्रयोग कर रहे है।
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि किसान आंदोलन 2.0 के बाद कुछ किसानो को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए थे। जिन किसानो को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए थे। उन सभी की रिहाई के लिए 17 अप्रैल 2024 लगातार शंभु बॉर्डर पर लगातार आंदोलन चल रहा है। किसानो द्वारा शंभु स्टेशन पर रेल रोको अनिश्चित का आंदोलन चल रखा है। जहाँ पर दिल्ली से अमृतसर आने जाने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। किसानो ने 23 अप्रैल को बीजेपी के सीनियर नेताओं को पंजाब राज्य के चंडीगढ़ शहर में खुली वार्निंग दी है। चलो फिर आइए तो आगे हम जानते है कि इस पर पंजाब किसानो का क्या कहना है –
जब मीडिया ने किसानो से पूछा कि आप सभी को शंभु रेलवे स्टेशन को ब्लॉक करने पर क्यों मजबूर होना पड़ा इस पर मंजीत सिंह राय, स्टेट प्रेजिडेंट, बीकेयू का कहन है कि हमारे तीन बच्चे है। जिन को पुलिस द्वारा बिना किसी कसूर के उन को कैद कर रखा है। मंजीत सिंह राय ने बताया कि उन के एक बच्चा जो टोल पर प्रोटेस्ट कर रहा था उसे वहां से उठा लिया गया था। जो दो बचे नौजवान थे उन्हें मोहाली एयरपोर्ट से उठा लिया गया था। उन का कहना है कि उन्हें बिना कसूर के बंद कर के रखा हुआ है। उन का कोई भी कसूर नहीं है।
लेकिन सरकार उन पर और अपने देश के नागरिको के ऊपर ज़बर कर रही है। किसान की पहली डिमांड तो यह है कि उन तीन नौजवानो युवको को जेल से रिहा करो तथा उन की दूसरी डिमांड पंजाब सरकार से भी है। उन का कहना है कि जहाँ उन्होंने यह मोर्चा लगाया है शंभु बॉर्डर पर वहां बिजली और पानी की बिल्कुल भी व्यवस्था नहीं है। तो इस को भी जल्द से जल्द ठीक किया जाए। बस यही दो डिमांड जो हम इस शंभु बॉर्डर पर मोर्चा लगाया है। अगर सरकार हमारे तीन बच्चो को जेल से रीहा नहीं करती तो यह मोर्चा शंभु बॉर्डर पर ऐसे ही चलता रहेगा।
मीडिया द्वारा जब मंजीत सिंह राय से पूछा गया कि क्या सरकार उन की डिमांड को पूरा कर देगी ? इस पर मंजीत सिंह राय, स्टेट प्रेजिडेंट का कहना था कि अगर सरकार हमारी नहीं सुनती तो ना सुने। देश के नागरिको की अगर नहीं सुनी जाती और हर तरफ से रास्ता बंद होता है तो वह सिर्फ और सिर्फ मोर्चा ही कर सकते है। आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि किसानो का कहना था कि उन्होंने सरकार को कहा था कि उन के तीनो बच्चो को जेल से रिलीज़ कर दिया जाए। इस पर उन्होंने 9 और 10 तारिख के बीच में बातचीत करने की बात बताई।
इस पर फिर सरकार ने कहा था कि ठीक है कि वह उन के बच्चो को 16 अप्रैल तक रिलीज़ कर देंगे। परन्तु सरकार अपनी बात से पीछे हट गयी। इस पर हमारा कोई कसूर नहीं है। हमारी डिमांड ना पूरी करने पर ही हम ने यह मोर्चा शुरू किया है। मंजीत सिंह राय, स्टेट प्रेजिडेंट का कहना है कि हम ने ट्रैक भी कहा बंद की है। हमें पता है इस से हमारे लोगो को ही परेशानी आएगी। हम ने तो सडको को भी ब्लॉक नहीं किया हुआ। वहां भी सभी सर्विस चालु है। परन्तु वहा भी सरकार ने दीवार खड़ी कर रखी है।
उन्होंने बताया कि हम अपने लोगो को परेशान नहीं कर रहे है बल्कि सरकार खुद ही अपने लोगो को परेशान कर रही है। बस इसी सब के कारण किसानो का कहना है कि जब तक उन के डिमांड्स पुरे नहीं होते तब तक वह अपना प्रोटेस्ट इसी तरह से चालु रखेंगे।